My India: Navratri 3 Day:- माता चंद्रघंटा देवी की कहानी पूजा का महत्व तंत्र और मंत्र के लाभ के बारे में जानें

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Navratri 3 Day:- माता चंद्रघंटा देवी की कहानी पूजा का महत्व तंत्र और मंत्र के लाभ के बारे में जानें




नवरात्रि की 3 देवी माता चंद्रघंटा देवी की कहानी पूजा का महत्व तंत्र और मंत्र


नवरात्रि के तीसरे दिन की माता चंद्रघंटा की कहानी:


माता चंद्रघंटा देवी दुर्गा के नौ रूपों में से तीसरा रूप हैं। इनकी पूजा नवरात्रि के तीसरे दिन की जाती है। माता चंद्रघंटा का नाम चंद्र और घंटा से मिलकर बना है, जिसका अर्थ है चंद्रमा की तरह चमकने वाली घंटा।


माता चंद्रघंटा की कहानी:


कथाओं के अनुसार, माता चंद्रघंटा ने भगवान शिव के साथ विवाह करने के लिए तपस्या की थी। उनकी तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उन्हें वरदान दिया कि वे उनकी पत्नी बनेंगी। लेकिन भगवान शिव की पहली पत्नी सती की मृत्यु के बाद, भगवान शिव ने माता चंद्रघंटा से विवाह करने से इनकार कर दिया|





इसके बाद माता चंद्रघंटा ने भगवान शिव को समझाया कि वे उनकी पत्नी बनने के लिए ही अवतरित हुई हैं। भगवान शिव ने उनकी बात मान ली और उन्हें अपनी पत्नी बना लिया।




माता चंद्रघंटा की पूजा का महत्व:





माता चंद्रघंटा की पूजा करने से व्यक्ति को शांति और सुख प्राप्त होता है। उनकी पूजा से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं और वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होता है।




माता चंद्रघंटा की पूजा करने के लिए निम्नलिखित मंत्रों का जाप करना चाहिए:



"ॐ श्रीं चंद्रघंटायै नमः"

"ॐ ऐं चंद्रघंटायै नमः"





माता चंद्रघंटा की पूजा करने के लिए निम्नलिखित तंत्रों का उपयोग करना चाहिए:


श्वेत चंदन
लाल फूल
लाल वस्त्र
गुड़ और चना
धूप और दीप


माता चंद्रघंटा की पूजा करने से व्यक्ति को निम्नलिखित लाभ प्राप्त होते हैं:


शांति और सुख
सकारात्मक परिवर्तन
लक्ष्यों की प्राप्ति
आत्मविश्वास में वृद्धि
मानसिक शांति


नवरात्रि का यह पर्व केवल आस्था का नहीं, बल्कि आत्मिक विकास का भी है। माता चंद्रघंटा की आराधना से हम अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं। इस नवरात्रि, मातृ चंद्रघंटा के प्रति अपनी श्रद्धा और प्रेम व्यक्त करें और उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति करें।




कुल मिलाकर, माता चंद्रघंटा की पूजा करना व्यक्ति के लिए बहुत ही लाभदायक होता है। उनकी पूजा से व्यक्ति को शांति और सुख प्राप्त होता है और वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होता है।




आप सभी को नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएँ!




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