ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि अमावस्या के दिन काली गाय की पूजा करें। ध्यान रखें कि उस गाय पर कोई रंग न हो। पूजा के दौरान उसको आठ बूंदी के लड्डू खिलाए और फिर सात बार परिक्रमा करें। इसके बाद गाय की पूंछ से अपने सिर को आठ बार झाड़ लें। ऐसा करने से शनि दोष दूर होता है और शनिदेव के आशीर्वाद से सभी दुख व कष्ट दूर होते हैं।
इस उपाय से शनि दोष से मिलती है मुक्ति
शनिश्चरी अमावस्या से एक दिन पहले कुछ सामान आपको इकट्ठा करना होगा। इसमें आप 11 नारियल पानी, 400-400 ग्राम काली-सफेद तिल्ली, 8 मुट्ठी जौ, 9 कीलें, 8 मुट्ठी काले चने, 8 मुट्ठी कोयला ले लें। इसके बाद अमावस्या तिथि पर सायंकाल से पहले इन सभी सामान को काले नए कपड़े में बांधकर अपने सिर से सात बार पैर से लेकर सिर तक घुमा लें। इसके बाद नदी के किनारे पूर्व दिशा की ओर मुख करके 1-1 करके सभी चीजों को बहा दें। ऐसा करने से शनि साढ़ेसाती और ढैय्या को दोष से मुक्ति मिलती है और आर्थिक संपन्नता आती है।
इस उपाय से जीवन में आती है समृद्धि
शुक्रवार को सवा पाव काली उड़द को काले कपड़े में बांधकर अपने पास रखकर सो जाएं। ध्यान रखें कि अपने पास किसी को न सुलाएं। फिर शनिवार के दिन उसको शन मंदिर में रख दें। साथ ही सायंकाल के समय काले सुरमा की एक शीशी लें और उसे नौ बार सिर से लेकर पैर तक किसी से उतरवा लें और सुनसान जगह पर जमीन में गाड़ दें। ऐसा करने से शनि दोष दूर होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
इस उपाय से नौकरी में होगी उन्नति
शनिश्चरी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ की अवश्य पूजा करें। पीपल की जड़ में दूध और जल अर्पित करें और फिर पांच पीपल के पत्तों पर पांच तरह की मिठाई रखकर पीपल के पास रख दें, इसके बाद घी का दीपक जलाएं और सात परिक्रमा लगाएं। साथ ही संभव हो सके तो एक पीपल का पेड़ भी लगाएं और उसको रविवार के दिन छोड़कर हर रोज जल दें। ऐसा करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है और नौकरी व व्यवसाय में उन्नति होती है।
इस उपाय से मिलेगी शनिदेव की कृपा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए शनि अमावस्या के दिन नवग्रह मंदिर में जाकर शनिदेव की पूजा आराधना करें। साथ ही शनि चालीसा और दशरथ कृत शनि स्तोत्र का पाठ करें और फिर शनिदेव के मंत्र का जप करें। इसके बाद शनिदेव पर तेल, काले तिल और नीले रंग का फूल अर्पित करें। ऐसा करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं।
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नोट : यह तमाम जानकारी जनरुचि को ध्यान में रखकर दी जा रहा है, ज्योतिष और धर्म के उपाय और सलाहों को अपनी आस्था और विश्वास पर आजमाएं। कंटेंट का उद्देश्य मात्र आपको बेहतर सलाह देना है। इस संदर्भ में हम किसी प्रकार का कोई दावा नहीं करते हैं।
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